छोड़ दियो सब राज को तुमने, संतन बीच मन कीर्तन धारी, छोड़ दियो सब राज को तुमने, संतन बीच मन कीर्तन धारी,
वो द्वापरयुग था, वो द्वापरयुग था,
उसी समय श्री कृष्ण आ गए माँ के पास दूध पीने के लिए। उसी समय श्री कृष्ण आ गए माँ के पास दूध पीने के लिए।
एक साथ मिलकर सभी फिर गुणों का गाण करें कृष्ण के। एक साथ मिलकर सभी फिर गुणों का गाण करें कृष्ण के।
तुझे एकदिन दर्श देना होगा, यह मेरा मन कहता है। तुझे एकदिन दर्श देना होगा, यह मेरा मन कहता है।
श्रीकृष्ण का रूप अद्भुत अविनाशी अविकार , उन्हें देख जैसे कोई तेज पुंज हुआ है साकार! श्रीकृष्ण का रूप अद्भुत अविनाशी अविकार , उन्हें देख जैसे कोई तेज पुंज हुआ है...